नमस्कार दोस्तों, पुराने समय से ही लोग अच्छी सेहत के लिए प्राणायाम और योगासन का सहारा लेते आ रहें हैं| इनसे शारीरिक व मानसिक दोनों तरह के फायदे हमें मिलते हैं| आज हम बात करेंगे अनुलोम-विलोम प्राणायाम की जिसको करना बेहद ही आसान है| आसान होने के बाद भी इसके कई गजब के फायदे (Benefits of Anulom Vilom in Hindi) हमारे शरीर को मिलते हैं|
इस लेख में हम आपको अनुलोम-विलोम के फायदे और इसको करने का सही तरीका बताने जा रहें हैं| यकीन मानिए इसके फायदे जानने के बाद आप इस प्राणायाम को करने के शौकीन हो जाएंगें| तो चलिए बिना कोई देरी करे आगे का लेख शुरु करते हैं|
Table of Contents
अनुलोम-विलोम कैसे करें ?
अगर आप इसकी शुरुवात करने जा रहें हैं| तो अनुलोम-विलोम के फायदे (Anulom vilom pranayam ke fayde) जानने से पहले इसको करने की विधि जानना जरूरी है| तभी आप इसके सारे फायदे ले पाएंगे|
सबसे पहले कहीं भी साफ जगह योगा मैट या कोई चादर बिछा कर बैठ जाएं| बैठने की मुद्रा पद्मासन मुद्रा हो| अगर ये मुद्रा नहीं कर पाते तो समान्य तरीके से कमर सीधी करके आसन की मुद्रा में बैठ जाए|
अपने बाएं हाथ (left) को अपने घुटने पर सीधा करके रख लें| अनुलोम-विलोम करने के लिए आपको दाएं हाथ (Right) का प्रयोग करना है|
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से पहले अपनी आँखे बंद कर लें| फिर 5 से 6 बार गहरी-लंबी सांस लें| इसके बाद अपने दाएं हाथ (Right) को नाक के पास ले जाकर एक साइड से नाक के छिद्र को अंगूठे से बंद कर लें|
फिर सांस खिचे| इसके बाद अंगूठे को हटाकर नाक के दूसरे छिद्र को उंगली की मदद से बंद करें और धीरे सांस छोड़ दें| अब इसी नाक छिद्र से सांस खींचे और इसे बंद करके दूसरे छिद्र से छोड़ें| इस प्रक्रिया को करते रहें|
तो देखा आपने किस तरह अनुलोम-विलोम प्राणायाम किया जाता है| अगर आप इसका अभ्यास करेंगे तो इसको आसानी से कर पाएंगे|
अनुलोम-विलोम के फायदे (Benefits of Anulom Vilom in Hindi) –
इस प्राणायाम को बच्चे, बड़े व बुजुर्ग सभी कर सकते हैं और लाभ लें सकते हैं| इसको करने की विधि जानने के बाद बात आती है| इससे हमने कौन-कौन से फायदे मिलते हैं|
- सबसे पहला फायदा है| इसको करने से हमारे मस्तिष्क को शांति मिलती है| यह आप इस प्राणायाम को करने के तुरंत बाद महसूस कर पाएंगे|
- नियमित अनुलोम-विलोम करना हमारे ह्रदय के लिए भी काफी अच्छा रहता है| जो हाई ब्लड प्रेशर के रिस्क को काम करता है|
- इसको रोज करने से तनाव, चिंता व नकारात्मक विचार हम पर हावी नहीं होते| इसको करने से एंडोर्फिन (Endorphin) नामक हैप्पी हार्मोन बढ़ता है| जिससे हमें खुशी अनुभव होती है|
- फेफड़ों को ताकत मिलती है व श्वसन तंत्र अच्छा बना रहता है|
- कई एक्सपर्ट बताते हैं, कि अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से माइग्रेन (आधे सिर में दर्द) जैसी समस्या भी ठीक होती है|
- इससे गठिया के मरीजों को काफी फायदा होता है|
- रोजाना अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना हमारे शरीर में रक्त संचार को अच्छा बनाए रखता है|
- अनुलोम-विलोम करने से नींद न आने की समस्या में भी काफी सुधार होता है|
- पाचन शक्ति को अच्छा करने में मदद करता है|
- पेट में गैस, कब्ज व पेट फूलना जैसी समस्या सही होती है|
- अनुलोम-विलोम करना हमारी त्वचा के लिए भी लाभकारी है| इससे हमारी त्वचा चमकदार होती है|
कुछ सावधानियाँ (Tips for Anulom Vilom in Hindi)
अनुलोम-विलोम के फायदे (Benefits of Anulom Vilom in Hindi) जानने के बाद आपको कई सारी सावधानियाँ बरतनी चाहिए| जिससे आप इस प्राणायाम को बेहतर तरीके से कर पाएं और आपको इसके पूरे फायदे मिल सकें|
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम को कभी-भी खाना खाने के बाद नहीं करना चाहिए|
- वैसे तो इसको श्याम और सुबह के समय कर सकते हैं| लेकिन सुबह का समय इसके लिए अच्छा होता है|
- इस प्राणायाम को करने के लिए शांत जगह होना बोहोत जरूरी है|
- अगर आप इसको पहली बार करने जा रहे हैं| तो किसी अनुभवी व्यक्ति की देख-रेख में करें|
- इस प्राणायाम को पूरा ध्यान लगाकर करें|
- अनुलोम-विलोम करने के दौरान कभी भी सांस नहीं रोकनी चाहिए| ऐसा बोहोत लोग करते हैं|
- शारीरिक तापमान को सामान्य रखने में मदद करता है|
दोस्तों अनुलोम-विलोम प्राणायाम करते समय हमे इन सारी बातों पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए|
यह थी हमारी आज की पोस्ट अनुलोम-विलोम के फायदे (Anulom vilom pranayam ke fayde) उम्मीद है, की आपको हमारी यह पोस्ट और इसमें दी गई जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी| इस पोस्ट के बारे में आपको कुछ अन्य जानकारी देनी हो तो आप हमें comment करके बता सकते हैं| धन्यवाद
FAQ-
Que – अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने का सही समय क्या है ?
Ans – सुबह सूर्य उदय होते ही हल्की सी धूप में अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना सही रहता है|
Que – अनुलोम-विलोम प्राणायाम कौन-कौन कर सकता है?
Ans – अनुलोम-विलोम प्राणायाम बच्चे व बड़े सभी कर सकते हैं| केवल गंभीर बीमारी वाले लोगों को इसको करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए|
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